Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Apr 2023 · 1 min read

हो जाऊं तेरी!

हो जाऊं तेरी!
खो जाऊं तुझमे मेरा जी करता है
हो जाऊं तेरी, मेरी रूह कहती है।
प्यार में मेरी जान,तू मेरा ख़ुदा हो गया
न जाने कब कैसे मेरी जान बन गया।तेरे गुज़रे हर रास्ते पर नज़र रुक जाती
तेरे कदमों की मिट्टी को रहती हूं चूमती
मेरी नैनों का नज़ारा तू,
मेरे जीने की वजह भी तू।
क्या करूँ बयान मेरी शायरी के हर अल्फ़ाज़ में तू।
मेरी कहानी के हर पन्ने में बस्ती पूरी हकीकत है तू।
खुद को तुझमे खोया तब जाके तुझे पाया है,
मेरी जान बरसों की तपस्या के बाद खुद को तेरा पाया है।
मुझे तू कोई नाम दे या न दे,मेरी जान बस मेरा रहना,
कोई पहरा नहीं तुझपर, जाने से पहले मुझे बताकर जाना।

Language: Hindi
3 Likes · 1 Comment · 374 Views

You may also like these posts

राधा नाम जीवन का सार और आधार
राधा नाम जीवन का सार और आधार
पूर्वार्थ
*प्रकटो हे भगवान धरा पर, सज्जन सब तुम्हें बुलाते हैं (राधेश्
*प्रकटो हे भगवान धरा पर, सज्जन सब तुम्हें बुलाते हैं (राधेश्
Ravi Prakash
समय की महत्ता
समय की महत्ता
उमा झा
राम प्यारे हनुमान रे।
राम प्यारे हनुमान रे।
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
ये बता दे तू किधर जाएंगे।
ये बता दे तू किधर जाएंगे।
सत्य कुमार प्रेमी
*मर्यादा*
*मर्यादा*
Harminder Kaur
प्यार की कलियुगी परिभाषा
प्यार की कलियुगी परिभाषा
Mamta Singh Devaa
परम लक्ष्य
परम लक्ष्य
Dr. Upasana Pandey
सच
सच
Sanjeev Kumar mishra
समय की बहती धारा में
समय की बहती धारा में
Chitra Bisht
मन-क्रम-वचन से भिन्न तो नहीं थे
मन-क्रम-वचन से भिन्न तो नहीं थे
manorath maharaj
पेड़ की गुहार इंसान से...
पेड़ की गुहार इंसान से...
ओनिका सेतिया 'अनु '
बाल कविता : बादल
बाल कविता : बादल
Rajesh Kumar Arjun
ना कर नज़रंदाज़ देखकर मेरी शख्सियत को, हिस्सा हूं उस वक्त का
ना कर नज़रंदाज़ देखकर मेरी शख्सियत को, हिस्सा हूं उस वक्त का
SUDESH KUMAR
Karma
Karma
R. H. SRIDEVI
बरसने लगे जो कभी ये बादल I
बरसने लगे जो कभी ये बादल I
PRATIK JANGID
SHBET
SHBET
Shbet
प्रेम - एक लेख
प्रेम - एक लेख
बदनाम बनारसी
कौन कहता है वो ठुकरा के गया
कौन कहता है वो ठुकरा के गया
Manoj Mahato
କାଗଜ ପକ୍ଷୀ
କାଗଜ ପକ୍ଷୀ
Otteri Selvakumar
हाइकु: गौ बचाओं.!
हाइकु: गौ बचाओं.!
Prabhudayal Raniwal
कुंडलिया
कुंडलिया
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
उर-ऑंगन के चॉंद तुम्हीं हो।
उर-ऑंगन के चॉंद तुम्हीं हो।
Pratibha Pandey
धूल छा जाए भले ही,
धूल छा जाए भले ही,
*प्रणय*
गर्मी के दिन
गर्मी के दिन
जगदीश शर्मा सहज
हरे कृष्णा !
हरे कृष्णा !
MUSKAAN YADAV
माई बेस्ट फ्रैंड ''रौनक''
माई बेस्ट फ्रैंड ''रौनक''
लक्की सिंह चौहान
जल की कीमत
जल की कीमत
D.N. Jha
इस दिल बस इतना ही इंतकाम रहे,
इस दिल बस इतना ही इंतकाम रहे,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
बड़ी देर तक मुझे देखता है वो,
बड़ी देर तक मुझे देखता है वो,
Jyoti Roshni
Loading...