Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
Manoj Mahato
3 Followers
Follow
Report this post
15 May 2024 · 1 min read
मैं अपने आप को समझा न पाया
मैं अपने आप को समझा न पाया
बताओ दुनियाॅं को समझाता कैसे?
Tag:
Quote Writer
Like
Share
120 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
You may also like these posts
3071.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मिलने वाले कभी मिलेंगें
Shweta Soni
रुक्मिणी संदेश
Rekha Drolia
बुद्ध चाहिए युद्ध नहीं / रजनी तिलक (पूरी कविता...)
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
होंसला, हिम्मत और खुदा
ओनिका सेतिया 'अनु '
बरसों बरस बाद प्रियतम के
Mahesh Tiwari 'Ayan'
जीवन यात्रा ध्येय लक्ष्य पड़ाव
Nitin Kulkarni
गजब है हिंद की भाषा ये'हिंदी खूब भाती है
अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य )
समर्पित भाव
ललकार भारद्वाज
लोकोक्तियां (Proverbs)
Indu Singh
जिसने शौक को दफ़्नाकर अपने आप से समझौता किया है। वह इंसान इस
Lokesh Sharma
उन व्यक्तियों का ही नाम
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
जो न चाहे दिल वही अपनाना पड़ता है यहाॅं
Manoj Mahato
मु
*प्रणय*
आंसू
sheema anmol
Nature ‘there’, Nurture ‘here'( HOMEMAKER)
Poonam Matia
मां
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
अधरों ने की दिल्लगी, अधरों से कल रात ।
sushil sarna
मैं सरिता अभिलाषी
Pratibha Pandey
स्वतंत्रता
Seema gupta,Alwar
ঘূর্ণিঝড় পরিস্থিতি
Otteri Selvakumar
साँस-साँस में घुला जहर है।
Poonam gupta
बीत गया सो बीत गया...
डॉ.सीमा अग्रवाल
10) पैगाम
नेहा शर्मा 'नेह'
रमेशराज के दो मुक्तक
कवि रमेशराज
क्षितिज
Dr. Kishan tandon kranti
जब मुकद्दर को आज़माएंगे ,
Dr fauzia Naseem shad
भाग्य - कर्म
Buddha Prakash
बचपन में थे सवा शेर जो
VINOD CHAUHAN
बापू गाँधी
Kavita Chouhan
Loading...