Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
31 May 2023 · 1 min read

मैंने सोचा

मैंने सोचा
चूम लूँगा
तुम्हारे माथे को
प्यार से

तुम खड़े रहे
अकड़-सी लिए
देवदार से

मैंने
अब सोच लिया हैं
ख़ुद को बदलना है
अगले
रविवार से।

तुम भी मेरी
वो चिट्ठीयाँ लौटा दो
फेंकी थी
जो मैंने
दीवार से।

Language: Hindi
1 Like · 97 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
यूँ तो समुंदर बेवजह ही बदनाम होता है
यूँ तो समुंदर बेवजह ही बदनाम होता है
'अशांत' शेखर
कबीरा यह मूर्दों का गांव
कबीरा यह मूर्दों का गांव
Shekhar Chandra Mitra
हौसला बुलंद और इरादे मजबूत रखिए,
हौसला बुलंद और इरादे मजबूत रखिए,
Yogendra Chaturwedi
एक सलाह, नेक सलाह
एक सलाह, नेक सलाह
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
हरियाली के बीच में , माँ का पकड़े हाथ ।
हरियाली के बीच में , माँ का पकड़े हाथ ।
Mahendra Narayan
उठो, जागो, बढ़े चलो बंधु...( स्वामी विवेकानंद की जयंती पर उनके दिए गए उत्प्रेरक मंत्र से प्रेरित होकर लिखा गया मेरा स्वरचित गीत)
उठो, जागो, बढ़े चलो बंधु...( स्वामी विवेकानंद की जयंती पर उनके दिए गए उत्प्रेरक मंत्र से प्रेरित होकर लिखा गया मेरा स्वरचित गीत)
डॉ.सीमा अग्रवाल
#शुभ_रात्रि
#शुभ_रात्रि
*Author प्रणय प्रभात*
उड़ चल रे परिंदे....
उड़ चल रे परिंदे....
जगदीश लववंशी
जब ये मेहसूस हो, दुख समझने वाला कोई है, दुख का भर  स्वत कम ह
जब ये मेहसूस हो, दुख समझने वाला कोई है, दुख का भर स्वत कम ह
पूर्वार्थ
एतबार इस जमाने में अब आसान नहीं रहा,
एतबार इस जमाने में अब आसान नहीं रहा,
manjula chauhan
चक्षु द्वय काजर कोठरी , मोती अधरन बीच ।
चक्षु द्वय काजर कोठरी , मोती अधरन बीच ।
पंकज पाण्डेय सावर्ण्य
दोहा
दोहा
दुष्यन्त 'बाबा'
आलता महावर
आलता महावर
Pakhi Jain
21)”होली पर्व”
21)”होली पर्व”
Sapna Arora
बचपन और पचपन
बचपन और पचपन
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
2911.*पूर्णिका*
2911.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"तांगा"
Dr. Kishan tandon kranti
सर्दी में जलती हुई आग लगती हो
सर्दी में जलती हुई आग लगती हो
Jitendra Chhonkar
प्लास्टिक की गुड़िया!
प्लास्टिक की गुड़िया!
कविता झा ‘गीत’
आज का चयनित छंद
आज का चयनित छंद"रोला"अर्ध सम मात्रिक
rekha mohan
अधूरे ख्वाब
अधूरे ख्वाब
रोहताश वर्मा 'मुसाफिर'
तकते थे हम चांद सितारे
तकते थे हम चांद सितारे
Suryakant Dwivedi
अम्न का पाठ वो पढ़ाते हैं
अम्न का पाठ वो पढ़ाते हैं
अरशद रसूल बदायूंनी
+जागृत देवी+
+जागृत देवी+
Ms.Ankit Halke jha
मेरा और उसका अब रिश्ता ना पूछो।
मेरा और उसका अब रिश्ता ना पूछो।
शिव प्रताप लोधी
*फल*
*फल*
Dushyant Kumar
तिरंगा
तिरंगा
Neeraj Agarwal
* भावना स्नेह की *
* भावना स्नेह की *
surenderpal vaidya
प्रार्थना
प्रार्थना
Dr.Pratibha Prakash
श्री सुंदरलाल सिंघानिया ने सुनाया नवाब कल्बे अली खान के आध्यात्मिक व्यक्तित्व क
श्री सुंदरलाल सिंघानिया ने सुनाया नवाब कल्बे अली खान के आध्यात्मिक व्यक्तित्व क
Ravi Prakash
Loading...