Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Jun 2018 · 1 min read

मेहमान है भगवान का एक रूप निराला।

मेहमान
मेहमान है भगवान का एक रूप निराला,
अपनी ये रवायत रही सबसे जुदा आला।
मान हो सम्मान हो समुचित मिले स्थान,
पहले हो उनका भोग तभी तोड़ें निवाला,
सब क्षेम कुशल पूछ वक्त साथ वितायें,
हो भाव अतिथि देव से है घर में उजाला
ईश्वर से करें प्रार्थना दें शक्ति वो ऐसी,
होकर प्रसन्न जाये अतिथि घर आने वाला
जिस घर में अतिथि देव का आदर सदैव है
उस घर को स्वयं ईश ने वर दे के संभाला।

अनुराग दीक्षित

Language: Hindi
196 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from अनुराग दीक्षित
View all
You may also like:
15)”शिक्षक”
15)”शिक्षक”
Sapna Arora
बालगीत - सर्दी आई
बालगीत - सर्दी आई
Kanchan Khanna
अर्जक
अर्जक
Mahender Singh
सवाल ये नहीं
सवाल ये नहीं
Dr fauzia Naseem shad
बुंदेली दोहा प्रतियोगिता-151से चुने हुए श्रेष्ठ दोहे (लुगया)
बुंदेली दोहा प्रतियोगिता-151से चुने हुए श्रेष्ठ दोहे (लुगया)
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
*आता मौसम ठंड का, ज्यों गर्मी के बाद (कुंडलिया)*
*आता मौसम ठंड का, ज्यों गर्मी के बाद (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
तब जानोगे
तब जानोगे
विजय कुमार नामदेव
अभी तक हमने
अभी तक हमने
*Author प्रणय प्रभात*
कुछ ही लोगों का जन्म दुनियां को संवारने के लिए होता है। अधिक
कुछ ही लोगों का जन्म दुनियां को संवारने के लिए होता है। अधिक
मनमोहन लाल गुप्ता 'अंजुम'
फ़र्क़..
फ़र्क़..
Rekha Drolia
तुम कहते हो की हर मर्द को अपनी पसंद की औरत को खोना ही पड़ता है चाहे तीनों लोक के कृष्ण ही क्यों ना हो
तुम कहते हो की हर मर्द को अपनी पसंद की औरत को खोना ही पड़ता है चाहे तीनों लोक के कृष्ण ही क्यों ना हो
$úDhÁ MãÚ₹Yá
बढ़ी हैं दूरियाँ दिल की भले हम पास बैठे हों।
बढ़ी हैं दूरियाँ दिल की भले हम पास बैठे हों।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
मैं तुझे खुदा कर दूं।
मैं तुझे खुदा कर दूं।
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
24/248. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
24/248. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
देश गान
देश गान
Prakash Chandra
फितरत
फितरत
लक्ष्मी सिंह
दुख मिल गया तो खुश हूँ मैं..
दुख मिल गया तो खुश हूँ मैं..
shabina. Naaz
हमारी मोहब्बत का अंजाम कुछ ऐसा हुआ
हमारी मोहब्बत का अंजाम कुछ ऐसा हुआ
Vishal babu (vishu)
बेमतलब सा तू मेरा‌, और‌ मैं हर मतलब से सिर्फ तेरी
बेमतलब सा तू मेरा‌, और‌ मैं हर मतलब से सिर्फ तेरी
Minakshi
चांद से सवाल
चांद से सवाल
Nanki Patre
न जाने कौन रह गया भीगने से शहर में,
न जाने कौन रह गया भीगने से शहर में,
शेखर सिंह
"सच का टुकड़ा"
Dr. Kishan tandon kranti
नया दिन
नया दिन
Vandna Thakur
मेरा कल! कैसा है रे तू
मेरा कल! कैसा है रे तू
Arun Prasad
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
रिश्ते
रिश्ते
पूर्वार्थ
तन्हाई
तन्हाई
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
सेंगोल जुवाली आपबीती कहानी🙏🙏
सेंगोल जुवाली आपबीती कहानी🙏🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
तुम बदल जाओगी।
तुम बदल जाओगी।
Rj Anand Prajapati
प्रेमचंद के उपन्यासों में दलित विमर्श / MUSAFIR BAITHA
प्रेमचंद के उपन्यासों में दलित विमर्श / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
Loading...