“मेला”
“मेला”
रंग-बिरंगे गुब्बारों से,
मन को ललचाता मेला।
सिनेमा सर्कस नाच वो झूले,
मन खुश कर जाता मेला।
भूले-बिसरे लोगों से भी
मेल-जोल करवाता मेला।
हर बरस हर दौर में
अमिट छाप छोड़ जाता मेला।
“मेला”
रंग-बिरंगे गुब्बारों से,
मन को ललचाता मेला।
सिनेमा सर्कस नाच वो झूले,
मन खुश कर जाता मेला।
भूले-बिसरे लोगों से भी
मेल-जोल करवाता मेला।
हर बरस हर दौर में
अमिट छाप छोड़ जाता मेला।