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6 Apr 2024 · 1 min read

“मेला”

“मेला”
रंग-बिरंगे गुब्बारों से,
मन को ललचाता मेला।
सिनेमा सर्कस नाच वो झूले,
मन खुश कर जाता मेला।
भूले-बिसरे लोगों से भी
मेल-जोल करवाता मेला।
हर बरस हर दौर में
अमिट छाप छोड़ जाता मेला।

3 Likes · 3 Comments · 145 Views
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