मेरे हमदम मेरे दिलबर मेरे हमराज हो तुम। मेरे दिल को जो भाता है वही आवाज हो तुम। दिलों के तार जुड़ते हैं नए झंकार करते हैं। तुम्ही मौसीकी मेरी हो ,गीतों की साज हो तुम।
मेरे हमदम मेरे दिलबर मेरे हमराज हो तुम।
मेरे दिल को जो भाता है वही आवाज हो तुम।
दिलों के तार जुड़ते हैं नए झंकार करते हैं।
तुम्ही मौसीकी मेरी हो ,गीतों की साज हो तुम।