मेरे साथ किया गया दुर्व्यवहार अच्छा नहीं होता
मेरे साथ किया गया दुर्व्यवहार अच्छा नहीं होता है और मैंने इस तरह के दुर्व्यवहार को पूरे चौदह वर्ष से कैसे काटते आया हूँ इसे केवल हम ही जानते हैं । तुम मेरा समय बर्बाद कर खुद अपना भी समय बर्बाद कर रही हो और एकदिन इस तरह पूरा बर्बाद कर लोगी । इसलिये हमें बर्बाद या आबाद करने में मत लगी रहो , जाओ तुम अपना नया और अच्छा भविष्य बनाओ वक्त है अभी नहीं तो तेरा पुराना इतिहास तो हम बना ही चुके हैं अब बचा ही क्या है ? अब कभी तुम हमारे रिश्ते पर ऐतबार मत करना और ना कभी हमसे दिल लगाने की गुस्ताखी ही करना । तुम्हारी सारी गलतियों को मैंने माफ कर दिया इसका मतलब यह नहीं कि मैं फिर से तुम्हें अपने दिल में बसा लूँ । अब यह नहीं हो सकता और कभी नहीं हो सकता । तुम एक लड़की हो इसका मतलब क्या । तुम अपनी मनमानी करोगी । घर में पति और गार्जियन की बात नहीं मानोगी । तुम शादी करो उसके वंश को बढ़ाओ और फिर उसका मेंटली शोषण करो । ये कहाँ तक जायज है । नहीं नहीं हमें यह लिखना या बोलना नहीं चाहिए था । मगर क्या करूँ मजबूर हूँ और तुमने मुझे लिखने के लिए आज मजबूर कर दिया है । अरे जब लोग मुँह से बोलते हैं तो यकीन नहीं करते हैं उसे पागल आवारा बददिमाग समझते हैं । लेकिन लोग यहाँ जो लिख देते हैं तो उसे सच समझते हैं है न । मेरे साथ तुमने गलत किया है यहाँ चोट केवल मेरे दिल को पहुँची है और इस तरह तुम मेरे साथ पूरे चौदह वर्षों से करती आ रही हो । जब तुम्हें हमारे साथ नहीं रहना था तो किसी को या कभी हमें बतायी क्यों नहीं ? केवल हमारी संपत्ति के लिए तुम मेरे साथ हो ? वो तो तुम्हें कभी मिलेगा ही नहीं ? शायद हमारे मरने के बाद हो सकता है तुम सफल हो जाओ । तुम्हारे माता पिता और भाई एकदम लालची हैं । तुम सब लालची हो । मैंने शराब नहीं पिया है और ना कभी मैं शराब को आजतक हाथ लगाया हूँ । लेकिन इस दिमागी टेंशन के कारण अगर मैं कहीं मर वर गया तो मेरे मरने का कारण सिर्फ तुम होगी सिर्फ तुम । हमारे दोनों बच्चों को और हमारे बूढ़े पिताजी को तुम सँभालना । क्योंकि अब ये सब केवल तुम्हारी जिम्मेदारीयों पर रहेंगे याद रखना । हमसे अगर मन नहीं भरता है तुम्हें तो तुम दूसरी शादी कर लो किसने रोका है मगर साफ साफ हमें बता दो हमारे लिए यही बहुत है । हमें अफसोस नहीं बल्कि तुमपे गर्व होगा मगर इस तरह नहीं कि अगर कोई वाद विवाद हमदोनों के बीच में हो जाये तो दो चार महीना लगातार बातचीत ही ना हो, हमदोनों एकदूसरे से मिले जुले नहीं, और फिर अचानक तुम किसी के कहने सुनने पर मेरे पास आओ और फिर हमसे रिश्ता कायम कर फिर दो चार महीना हमें इंतजार कराओ । बस बाबा बस ये गलत है सरासर गलत है, आखिर क्यों ? मेरी गलती क्या है ? हमें माफ करो यार बख्श दो हमें । हमें नहीं रखना तुमसे कोई भी रिश्ता । जो प्यार हमें तुमसे मिलना चाहिए था वो प्यार तुमसे मुझे आजतक कभी मिला ही नहीं इसका जिंदगी भर अफसोस रहेगा हमें । क्या तुमसे शादी करना हमारी गलती थी अगर गलती थी या है तो मैं तुम्हें उस बंधन से मुक्त करता हूँ जाओ हमसे दूर हो जाओ । नहीं जरूरत है हमें तुम्हारी । मैं जी लूँगा अपनी जिंदगी तुम्हारे बिना भी ।इतना भगवान ने हमें शक्ति दिया है । हम किसी के शरीर के भुखे नहीं हैं अरे हम तो बस प्यार के भूखे थे जो मुझे तुमसे कभी मिला ही नहीं । मैंने तुम्हारे लिए क्या नहीं किया मगर उसका कुछ मोल नहीं । पर अब नहीं ! अब बहुत हो गया ।
लेखक :– मनमोहन कृष्ण
तारीख :– 10/07/2024
समय :– 05 : 38 (रात्रि)