मेरे देश का किसान
मेरे देश का किसान
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भारत देश है सबसे न्यारा,
दुनिया में है सबसे प्यारा।
सभी धर्म के लोग है रहते,
सभी आपस में मिलकर रहते।
मेरे देश के किसान भी,
तन,मन,धन से मेहनत करते।
उगाते फसलें तरह-तरह की,
किसान ही सब का पेट भरते।
जाकर भरी दुपहरी में,
बहाकर पसीना मेहनत करते।
इसीलिए फसलें लहलहाती खूब,
ये देखकर किसान मन में हर्षाते।
फसलें काट कर आती घर,
सभी मिल उनकी हिफाजत करते।
फसलों की सही कीमत मिलने पर,
बाजार में जाकर किसान बेंचते।
खाते सभी हे अन्न अमीर या गरीब,
इसीलिए किसान जीवन दाता कहलाते
मेरे देश के किसान धन्य -धन्य है,
तुम ही माटी में सोना उगाते?
सुषमा सिंह*उर्मि,,
कानपुर