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14 Jun 2023 · 1 min read

मेरे खेवइया

भँवर मे जब फँसे नइया
तब आना मेरे खेवइया ।
जीवन का सहारा एक मात्र तु
बनने न देना अनहोनी का पात्र तु ।
आपकी कृपादृष्टि
सबसे बड़ी संतुष्टि ।
दे कृपादृष्टि का दान
दया कर दयानिधान ।

Language: Hindi
108 Views
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