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3 Jan 2022 · 1 min read

मेरे अरमान अधूरे है __ मुक्तक

मेरे अरमान अधूरे हैं तुझे ही पूरे करने हैं।
जख्म खाए बहुत मैंने तुझे ही धाव भरने है।
तुम्ही विश्वास हो मेरा _सभी से आस है टूटी।
पीर सारी मिटे मेरी दर्द भी सारे ही हरने है।।
राजेश व्यास अनुनय

Language: Hindi
1 Like · 191 Views
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