Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 May 2024 · 1 min read

मेरी वफाएं

मेरी वफाओं और वादों पे यकीं कर ले, के मैं तेरे संग ज़िंदगी बिताना चाहता हूं। ये बात तुमसे कहूं या ना कहूं फिर भी, मोहब्बत की है तो उसको मरते दम तक निभाना भी जानता हूं।

Language: Hindi
28 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
आँगन पट गए (गीतिका )
आँगन पट गए (गीतिका )
Ravi Prakash
समझना है ज़रूरी
समझना है ज़रूरी
Dr fauzia Naseem shad
अपनी घड़ी उतार कर किसी को तोहफे ना देना...
अपनी घड़ी उतार कर किसी को तोहफे ना देना...
shabina. Naaz
अश्रु की भाषा
अश्रु की भाषा
Shyam Sundar Subramanian
जब भी आप निराशा के दौर से गुजर रहे हों, तब आप किसी गमगीन के
जब भी आप निराशा के दौर से गुजर रहे हों, तब आप किसी गमगीन के
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
चाटुकारिता
चाटुकारिता
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
दिल का हर रोम रोम धड़कता है,
दिल का हर रोम रोम धड़कता है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
अब कौन सा रंग बचा साथी
अब कौन सा रंग बचा साथी
Dilip Kumar
दर्द देकर मौहब्बत में मुस्कुराता है कोई।
दर्द देकर मौहब्बत में मुस्कुराता है कोई।
Phool gufran
"मां बनी मम्मी"
पंकज कुमार कर्ण
संत रविदास!
संत रविदास!
Bodhisatva kastooriya
"समय का मूल्य"
Yogendra Chaturwedi
■ आज का शेर
■ आज का शेर
*प्रणय प्रभात*
ख्याल नहीं थे उम्दा हमारे, इसलिए हालत ऐसी हुई
ख्याल नहीं थे उम्दा हमारे, इसलिए हालत ऐसी हुई
gurudeenverma198
।। सुविचार ।।
।। सुविचार ।।
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
घर को छोड़कर जब परिंदे उड़ जाते हैं,
घर को छोड़कर जब परिंदे उड़ जाते हैं,
शेखर सिंह
वह एक वस्तु,
वह एक वस्तु,
Shweta Soni
जीवन के कुरुक्षेत्र में,
जीवन के कुरुक्षेत्र में,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
मेरे ख्वाब ।
मेरे ख्वाब ।
Sonit Parjapati
आदान-प्रदान
आदान-प्रदान
Ashwani Kumar Jaiswal
मान बुजुर्गों की भी बातें
मान बुजुर्गों की भी बातें
Chunnu Lal Gupta
मंत्र: सिद्ध गंधर्व यक्षाधैसुरैरमरैरपि। सेव्यमाना सदा भूयात्
मंत्र: सिद्ध गंधर्व यक्षाधैसुरैरमरैरपि। सेव्यमाना सदा भूयात्
Harminder Kaur
दस्तक
दस्तक
Satish Srijan
जिस दिन
जिस दिन
Santosh Shrivastava
*मूर्तिकार के अमूर्त भाव जब,
*मूर्तिकार के अमूर्त भाव जब,
सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण'
पढ़ाई -लिखाई एक स्त्री के जीवन का वह श्रृंगार है,
पढ़ाई -लिखाई एक स्त्री के जीवन का वह श्रृंगार है,
Aarti sirsat
बाल कविता : रेल
बाल कविता : रेल
Rajesh Kumar Arjun
"कोयल"
Dr. Kishan tandon kranti
अभिव्यञ्जित तथ्य विशेष नहीं।।
अभिव्यञ्जित तथ्य विशेष नहीं।।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
इक्कीसवीं सदी की कविता में रस +रमेशराज
इक्कीसवीं सदी की कविता में रस +रमेशराज
कवि रमेशराज
Loading...