मेरी राशी किलै पैट्यां छैं
ऐ लठ्यालौं,कुकर बिरालौं , ं
मेरी राशी पर किलै पैट्यां छैं,
कुई बुरुणू छै,अपना नगुंन,
त कुई बुकौणू छैं,अपना दांतून ।
दूध पिलाई -रोटी खलाई,
फिर भी मी तैं चोट पहुंचाई,
मीं पुछणू छौं यूं द्वीयौं तैं,
मेरी राशी पर किलैं पैट्यां छैं ।
मैरा पुछण कू कारण यू च.,
चालीस साल पैली यनू होयूूं च.,
मेरा भैजी तैं कुकरन बुकाई,
त्यांका इनजक्शन भी हमून लगाई,
इलाज भी हमून खूब कराइ,
तब भी भाई तैं नी बचैय पाई ,
यांकि खातीर मैं पुछणू छौं,! ऐ अभाग्यों ,!
कूकर बिरालौं,
ऐ निर्भगियौं ,
मीं त छयौं मंन्दभागी ,
तुम्हारी टक अब मीं पर छाई,
जू तुम मीं तैं यनू बुकौण्यां छैं
कूकर बिरालौं,ऐ लठ्यालौं ,
मेरी राशी पर किलै पैट्यां छैं ।