Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Sep 2020 · 1 min read

मेरी जानकारी

ये पढ़ कर आप सरकार की आलोचना नही कर पाएंगे कि लॉक डाउन में शराब के ठेके सरकार ने पहले ही क्यो खोल दिये थे हमारी सरकार को ये सब अहसास था कि राजस्व कैसे बढ पायेगा”। आइए तो जाने राजस्व बढ़ाने का फार्मूला।

शराब की एक बोतल सिर्फ शासन को ही राजस्व नही देती बल्कि सोडा,कोल्डड्रिंक,पानी बोतल उद्योग,डिपोजेबल गिलास,फूड इंडस्ट्री,पोल्ट्री उद्योग,चखना नमकीन गृह उद्योग जैसे अनेक कार्य शराबी लोगो पर निर्भर हैं ओर इनके द्वारा भी तो राजस्व मिलता हैं।सड़क पर बोतल रैपर आदि छोड़कर कचरा बीनने वाले को रोजी रोटी देते हैं।अगर ज्यादा पी ली हो तो दवाखाना जाते है ओर दवा मेडिकल से लेते हैं।झगड़ा होने पर पुलिस थाना वकील करना कोर्ट कचहरी वालो को काम मिलता हैं शराब से जुड़े इस पूरे अर्थ चक्र को ठीक से समझें ओर शराबी की आलोचना बिल्कुल भी न करे बल्कि उनका सम्मान करें कि उनके कारण अर्थ व्यवस्था मजबूत होती हैं।
जय हिंद जय भारत

Language: Hindi
2 Likes · 2 Comments · 447 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr Manju Saini
View all

You may also like these posts

*एक सीध में चलता जीवन, सोचो यह किसने पाया है (राधेश्यामी छंद
*एक सीध में चलता जीवन, सोचो यह किसने पाया है (राधेश्यामी छंद
Ravi Prakash
𑒖𑒲𑒫𑒢 𑒣𑒟 𑒮𑒳𑓀𑒠𑒩 𑒯𑒼𑒃𑒞 𑒁𑒕𑒱 𑒖𑒐𑒢 𑒮𑒿𑒑 𑒏𑒱𑒨𑒼 𑒮𑓀𑒑𑒲
𑒖𑒲𑒫𑒢 𑒣𑒟 𑒮𑒳𑓀𑒠𑒩 𑒯𑒼𑒃𑒞 𑒁𑒕𑒱 𑒖𑒐𑒢 𑒮𑒿𑒑 𑒏𑒱𑒨𑒼 𑒮𑓀𑒑𑒲
DrLakshman Jha Parimal
------------जिससे जितने संयोग मिलेंगे------------
------------जिससे जितने संयोग मिलेंगे------------
पूर्वार्थ
दोहा बिषय- महान
दोहा बिषय- महान
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
'ग़ज़ल'
'ग़ज़ल'
Godambari Negi
सूखते ही ख़्याल की डाली ,
सूखते ही ख़्याल की डाली ,
Dr fauzia Naseem shad
सज़ल
सज़ल
Mahendra Narayan
रखा जाता तो खुद ही रख लेते...
रखा जाता तो खुद ही रख लेते...
कवि दीपक बवेजा
प्रतीक्षा
प्रतीक्षा
Kanchan Khanna
"इंसान बनना है"
Dr. Kishan tandon kranti
हकीकत
हकीकत
dr rajmati Surana
तकलीफ इस बात की नहीं है की हम मर जायेंगे तकलीफ इस बात है की
तकलीफ इस बात की नहीं है की हम मर जायेंगे तकलीफ इस बात है की
Ranjeet kumar patre
चाँद सी चंचल चेहरा🙏
चाँद सी चंचल चेहरा🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
हिंदी
हिंदी
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
हम ने तवज्जो नहीं दी
हम ने तवज्जो नहीं दी
Nitin Kulkarni
विषय मेरा आदर्श शिक्षक
विषय मेरा आदर्श शिक्षक
कार्तिक नितिन शर्मा
*सवा लाख से एक लड़ाऊं ता गोविंद सिंह नाम कहांउ*
*सवा लाख से एक लड़ाऊं ता गोविंद सिंह नाम कहांउ*
Harminder Kaur
बस मुझे महसूस करे
बस मुझे महसूस करे
Pratibha Pandey
कहते हो इश्क़ में कुछ पाया नहीं।
कहते हो इश्क़ में कुछ पाया नहीं।
Manoj Mahato
जनहरण घनाक्षरी
जनहरण घनाक्षरी
Rambali Mishra
कुछ चूहे थे मस्त बडे
कुछ चूहे थे मस्त बडे
Vindhya Prakash Mishra
#पैरोडी-
#पैरोडी-
*प्रणय*
4709.*पूर्णिका*
4709.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
शीर्षक - बचपन
शीर्षक - बचपन
Ankit Kumar Panchal
दोहावली
दोहावली
आर.एस. 'प्रीतम'
पैसे कमाने के लिए दिमाग चाहिए
पैसे कमाने के लिए दिमाग चाहिए
Sonam Puneet Dubey
जाम अब भी बाक़ी है ...
जाम अब भी बाक़ी है ...
ओनिका सेतिया 'अनु '
थे हम
थे हम
सिद्धार्थ गोरखपुरी
लाइब्रेरी के कौने में, एक लड़का उदास बैठा हैं
लाइब्रेरी के कौने में, एक लड़का उदास बैठा हैं
The_dk_poetry
बदल रहा परिवेश
बदल रहा परिवेश
महेश चन्द्र त्रिपाठी
Loading...