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2 May 2024 · 1 min read

मेरी कविता

मेरी कविता

कविता अंतरमन के भावों का मंथन ।
कविता शब्द फूलों की माला का गुंथन ।।

कविता हंसाती , रुलाती ,
धैर्य , साहस को बांधती ।
कविता शब्दों में मिठास ,
कड़वा सभी को निभाती ।।

कविता से अनजान से रहस्य ,
दूरदृष्टि बताती ।
कविता संकल्प विचारों को बढ़ाती ।।

कविता हर रस से चिंतन मनन कराती ।
कविता ही शब्दों को ब्रम्ह शक्ति बनाती ।।

Copyright – Raju Gajbhiye
राजू गजभिये

Language: Hindi
1 Like · 34 Views
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