मेरी कविता
मेरी कविता
कविता अंतरमन के भावों का मंथन ।
कविता शब्द फूलों की माला का गुंथन ।।
कविता हंसाती , रुलाती ,
धैर्य , साहस को बांधती ।
कविता शब्दों में मिठास ,
कड़वा सभी को निभाती ।।
कविता से अनजान से रहस्य ,
दूरदृष्टि बताती ।
कविता संकल्प विचारों को बढ़ाती ।।
कविता हर रस से चिंतन मनन कराती ।
कविता ही शब्दों को ब्रम्ह शक्ति बनाती ।।
Copyright – Raju Gajbhiye
राजू गजभिये