मेरी कविता
दुनिया में रहने के लिए दो ही जगह अच्छी है , किसी के ‘दिल’ में या किसी की दुआ मे . दिल तो हमारे नसीब नही, बस दुआ मे याद रखना !!
जरुरी नहीं कि इंसान प्यार की मूरत हो, सुंदर और बेहद खूबसूरत हो, अच्छा तो वही इंसान होता है, जो तब आपके साथ हो, जब आपको उसकी जरुरत हो।