Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Feb 2018 · 1 min read

मेरा स्त्रीत्व

नहीं
ये डर नहीं है मुझे
कि तुम परास्त कर दोगे
मुझे मेरी सारी शक्तियों के साथ,

मेरी अस्मिता के
तार तार करके
जमा लोगे मुझ पर
अपना आधिपत्य

मुझे ये भी डर नहीं
कि रोक लोगे वेग
लहराकर चलने वाली
नदियों का
या फिर हमारी हँसी को
जो बहती है
हवाओं के साथ
और उतरती है
किसी झरने सी
मधुर तानों के साथ

मुझे ये भी डर नहीं
कि तुम
पुरुषवादी भय दिखाकर
विषाक्त नील के निशान
छोड़ दोगे मेरी आत्मा पर
और स्थापित कर लोगे
वर्चस्व मेरी आत्मा पर

तुम ऐसा भी नहीं कर पाओगे
कि समूची सृष्टि से
मिटा पाओ आधी दुनिया को
नहीं तुम में नहीं है
इतनी शक्ति

हाँ डर है
तो बस इतना
कि तुम्हारे द्वारा
नोची जाने वाली
मेरे अंदर की कोपलें
ठूँठ न बन जाएं
जो अब तक देती आ रहीं हैं
जीवन की धूप में तुम्हें छाया

मुझे ये भी डर है कि
सूख न जाये
मेरे अंदर का
वह मीठा प्रेम स्त्रोत
जिसमें सराबोर होकर
तुम जान पाते हो
जीवन की गहनता

मुझे डर है कि
कहीं कुचल न जाये
मेरे अंदर की कोमलता
जिसके स्पर्श से
भूल जाते हो तुम
जीवन की सारी कठोरता

हाँ मुझे डर है कि
पिघलकर
कहीं बन न जाऊँ
कोई शिला
जो सजाई जाऊँ
मंदिरों में
और तुम अपनी
समस्त शक्तियों के साथ
नतमस्तक हो जाओ

मुझे डर है कि
तुम खो रहे हो
मुझमें से धीरे धीरे
मेरा स्त्रीत्व

Language: Hindi
234 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
वक्त वक्त की बात है ,
वक्त वक्त की बात है ,
Yogendra Chaturwedi
17)”माँ”
17)”माँ”
Sapna Arora
*बांहों की हिरासत का हकदार है समझा*
*बांहों की हिरासत का हकदार है समझा*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
मैं हैरतभरी नजरों से उनको देखती हूँ
मैं हैरतभरी नजरों से उनको देखती हूँ
ruby kumari
मेरे अंतस में ......
मेरे अंतस में ......
sushil sarna
"We are a generation where alcohol is turned into cold drink
पूर्वार्थ
सच हमारे जीवन के नक्षत्र होते हैं।
सच हमारे जीवन के नक्षत्र होते हैं।
Neeraj Agarwal
3248.*पूर्णिका*
3248.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
याद रखते अगर दुआओ में
याद रखते अगर दुआओ में
Dr fauzia Naseem shad
गले की फांस
गले की फांस
Dr. Pradeep Kumar Sharma
बचपन
बचपन
Kanchan Khanna
जरूरत से ज्यादा
जरूरत से ज्यादा
Ragini Kumari
सफर में हमसफ़र
सफर में हमसफ़र
Atul "Krishn"
*आवारा कुत्तों की समस्या 【हास्य व्यंग्य】*
*आवारा कुत्तों की समस्या 【हास्य व्यंग्य】*
Ravi Prakash
मेरी बेटियाँ और उनके आँसू
मेरी बेटियाँ और उनके आँसू
DESH RAJ
💐प्रेम कौतुक-464💐
💐प्रेम कौतुक-464💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
दिव्य ज्योति मुखरित भेल ,ह्रदय जुड़ायल मन हर्षित भेल !पाबि ले
दिव्य ज्योति मुखरित भेल ,ह्रदय जुड़ायल मन हर्षित भेल !पाबि ले
DrLakshman Jha Parimal
कॉफ़ी की महक
कॉफ़ी की महक
shabina. Naaz
फटे रह गए मुंह दुनिया के, फटी रह गईं आंखें दंग।
फटे रह गए मुंह दुनिया के, फटी रह गईं आंखें दंग।
*Author प्रणय प्रभात*
........,?
........,?
शेखर सिंह
सार्थक मंथन
सार्थक मंथन
Shyam Sundar Subramanian
हथेली पर जो
हथेली पर जो
लक्ष्मी सिंह
मुझे फर्क पड़ता है।
मुझे फर्क पड़ता है।
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
"साहस का पैमाना"
Dr. Kishan tandon kranti
ज़िन्दगी की राह
ज़िन्दगी की राह
Sidhartha Mishra
भावुक हुए बहुत दिन हो गए
भावुक हुए बहुत दिन हो गए
Suryakant Dwivedi
अबके तीजा पोरा
अबके तीजा पोरा
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
।। सुविचार ।।
।। सुविचार ।।
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
Loading...