Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Apr 2024 · 1 min read

3248.*पूर्णिका*

3248.*पूर्णिका*
🌷 पानी बरसते रहे🌷
2212 212
पानी बरसते रहे।
बादल गरजते रहे।।
ये जिंदगी मस्त यहाँ ।
खुशियाँ महकते रहे।।
सुंदर नजारे यहाँ ।
दिल भी मचलते रहे।।
अपना खिले यूं चमन।
चिड़िया चहकते रहे।।
इंसान खेदू मिला।
दुनिया बहलते रहे।।
……✍ डॉ. खेदू भारती “सत्येश”
08-04-2024सोमवार

18 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
Dr Arun Kumar Shastri
Dr Arun Kumar Shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
हमने माना अभी अंधेरा है
हमने माना अभी अंधेरा है
Dr fauzia Naseem shad
२०२३
२०२३
Neelam Sharma
लक्ष्य हासिल करना उतना सहज नहीं जितना उसके पूर्ति के लिए अभि
लक्ष्य हासिल करना उतना सहज नहीं जितना उसके पूर्ति के लिए अभि
Sukoon
सूखी टहनियों को सजा कर
सूखी टहनियों को सजा कर
Harminder Kaur
संत रविदास!
संत रविदास!
Bodhisatva kastooriya
समल चित् -समान है/प्रीतिरूपी मालिकी/ हिंद प्रीति-गान बन
समल चित् -समान है/प्रीतिरूपी मालिकी/ हिंद प्रीति-गान बन
Pt. Brajesh Kumar Nayak
मेरी  हर इक शाम उम्मीदों में गुजर जाती है।। की आएंगे किस रोज
मेरी हर इक शाम उम्मीदों में गुजर जाती है।। की आएंगे किस रोज
★ IPS KAMAL THAKUR ★
निरुपाय हूँ /MUSAFIR BAITHA
निरुपाय हूँ /MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
बुद्ध के बदले युद्ध
बुद्ध के बदले युद्ध
Shekhar Chandra Mitra
ख्वाब सस्ते में निपट जाते हैं
ख्वाब सस्ते में निपट जाते हैं
सिद्धार्थ गोरखपुरी
चाँद से मुलाकात
चाँद से मुलाकात
Kanchan Khanna
कोई काम हो तो बताना,पर जरूरत पर बहाना
कोई काम हो तो बताना,पर जरूरत पर बहाना
पूर्वार्थ
शिक्षक दिवस पर गुरुवृंद जनों को समर्पित
शिक्षक दिवस पर गुरुवृंद जनों को समर्पित
लोकेश शर्मा 'अवस्थी'
स्पर्श करें निजजन्म की मांटी
स्पर्श करें निजजन्म की मांटी
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
वायरस और संक्रमण के शिकार
वायरस और संक्रमण के शिकार
*Author प्रणय प्रभात*
तेरी चौखट पर, आये हैं हम ओ रामापीर
तेरी चौखट पर, आये हैं हम ओ रामापीर
gurudeenverma198
कलयुगी दोहावली
कलयुगी दोहावली
Prakash Chandra
पुष्प
पुष्प
Dhirendra Singh
2942.*पूर्णिका*
2942.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
💐प्रेम कौतुक-155💐
💐प्रेम कौतुक-155💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
पतझड़ तेरी वंदना, तेरी जय-जयकार(कुंडलिया)
पतझड़ तेरी वंदना, तेरी जय-जयकार(कुंडलिया)
Ravi Prakash
*तुम और  मै धूप - छाँव  जैसे*
*तुम और मै धूप - छाँव जैसे*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
ग़ज़ल सगीर
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
मुझे अंदाज़ है
मुझे अंदाज़ है
हिमांशु Kulshrestha
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
मुस्कान
मुस्कान
नवीन जोशी 'नवल'
अपने हक की धूप
अपने हक की धूप
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
दो अक्टूबर
दो अक्टूबर
नूरफातिमा खातून नूरी
उनकी नाराज़गी से हमें बहुत दुःख हुआ
उनकी नाराज़गी से हमें बहुत दुःख हुआ
Govind Kumar Pandey
Loading...