Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Mar 2023 · 1 min read

पतझड़ तेरी वंदना, तेरी जय-जयकार(कुंडलिया)

पतझड़ तेरी वंदना, तेरी जय-जयकार(कुंडलिया)
________________________________
पतझड़ तेरी वंदना , तेरी जय – जयकार
तू नव – यौवन दे रहा , तेरा शत आभार
तेरा शत आभार , मृत्यु उत्सव बन जाता
गिरा पेड़ से पत्र , जन्म नूतन ले आता
कहते रवि कविराय,न समझो इसको गड़बड़
लाता सुखद वसंत , धन्य है पावन पतझड़
_______________________________
रचयिता : रवि प्रकाश , बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451

141 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all
You may also like:
इंतिज़ार
इंतिज़ार
Shyam Sundar Subramanian
एक प्यार ऐसा भी
एक प्यार ऐसा भी
श्याम सिंह बिष्ट
*** मेरे सायकल की सवार....! ***
*** मेरे सायकल की सवार....! ***
VEDANTA PATEL
दुनिया तेज़ चली या मुझमे ही कम रफ़्तार थी,
दुनिया तेज़ चली या मुझमे ही कम रफ़्तार थी,
गुप्तरत्न
*बहुत कठिन डगर जीवन की*
*बहुत कठिन डगर जीवन की*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
सजाया जायेगा तुझे
सजाया जायेगा तुझे
Vishal babu (vishu)
130 किताबें महिलाओं के नाम
130 किताबें महिलाओं के नाम
अरशद रसूल बदायूंनी
मेरा नाम
मेरा नाम
Yash mehra
जीवन का एक और बसंत
जीवन का एक और बसंत
नवीन जोशी 'नवल'
तेवरीः शिल्प-गत विशेषताएं +रमेशराज
तेवरीः शिल्प-गत विशेषताएं +रमेशराज
कवि रमेशराज
ये भावनाओं का भंवर है डुबो देंगी
ये भावनाओं का भंवर है डुबो देंगी
ruby kumari
Best ghazals of Shivkumar Bilagrami
Best ghazals of Shivkumar Bilagrami
Shivkumar Bilagrami
हसरतें बहुत हैं इस उदास शाम की
हसरतें बहुत हैं इस उदास शाम की
Abhinay Krishna Prajapati-.-(kavyash)
जिसकी बहन प्रियंका है, उसका बजता डंका है।
जिसकी बहन प्रियंका है, उसका बजता डंका है।
Sanjay ' शून्य'
*गैरों सी! रह गई है यादें*
*गैरों सी! रह गई है यादें*
Harminder Kaur
#चिंतन
#चिंतन
*Author प्रणय प्रभात*
दर्द का बस
दर्द का बस
Dr fauzia Naseem shad
राम से बड़ा राम का नाम
राम से बड़ा राम का नाम
Anil chobisa
मुकम्मल क्यूँ बने रहते हो,थोड़ी सी कमी रखो
मुकम्मल क्यूँ बने रहते हो,थोड़ी सी कमी रखो
Shweta Soni
"बन्दगी" हिंदी ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
दिल के कोने में
दिल के कोने में
Surinder blackpen
💐प्रेम कौतुक-406💐
💐प्रेम कौतुक-406💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
मुक्तक - वक़्त
मुक्तक - वक़्त
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
*झूठी शान चौगुनी जग को, दिखलाते हैं शादी में (हिंदी गजल/व्यं
*झूठी शान चौगुनी जग को, दिखलाते हैं शादी में (हिंदी गजल/व्यं
Ravi Prakash
मेरे कलाधर
मेरे कलाधर
Dr.Pratibha Prakash
दिल पे पत्थर ना रखो
दिल पे पत्थर ना रखो
shabina. Naaz
मैं गीत हूं ग़ज़ल हो तुम न कोई भूल पाएगा।
मैं गीत हूं ग़ज़ल हो तुम न कोई भूल पाएगा।
सत्य कुमार प्रेमी
सैलाब .....
सैलाब .....
sushil sarna
"सच का टुकड़ा"
Dr. Kishan tandon kranti
स्वयं से सवाल
स्वयं से सवाल
आनन्द मिश्र
Loading...