Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Feb 2024 · 1 min read

मेरा लड्डू गोपाल

मेरा लड्डू गोपाल कितना प्यारा है
क्या बताऊँ💐💐😊
एक दिन की बात बताऊँ….
इतना नटखट ,इतना प्यारा
मेरा कृष्ण कन्हैया…
भोग में खिलाने को कुछ
घर में ना था….मन इतना बैचेन था
क्या करूं……
क्या खिलाऊँ… अपने कृष्णा को…
तो सोचा आज चीनी और मलाई
खिला दु…
जब मैं छोटी थी तो मेरी माँ मुझे यही देती थी…
तो मैंने यही कान्हा जी को खिलाने को
अपने पति को बोला….
वो भी कहा कम है….
उन्होंने सोचा थोड़ी देर में खिलाऊँगा….
बस फिर क्या था …..
चीनी मलाई की कटोरी गिर गई ☺️☺️☺️☺️☺️
और मेरा लड्डू गोपाल …..चीनी मलाई में नहा गया….
मेरी हँसी न रुक रही थी
की लड़डू को भी चीनी मलाई अच्छी लगती हैं।
हैना मेरा लड़डू कितना प्यारा 💐💐💐💐

Language: Hindi
40 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
#शेर
#शेर
*Author प्रणय प्रभात*
वो ज़िद्दी था बहुत,
वो ज़िद्दी था बहुत,
पूर्वार्थ
जीना सीख लिया
जीना सीख लिया
Anju ( Ojhal )
धवल चाँदनी में हरित,
धवल चाँदनी में हरित,
sushil sarna
मुक्तक
मुक्तक
जगदीश शर्मा सहज
मेरा तोता
मेरा तोता
Kanchan Khanna
अपेक्षा किसी से उतनी ही रखें
अपेक्षा किसी से उतनी ही रखें
Paras Nath Jha
वक्त
वक्त
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
मां शारदे वंदना
मां शारदे वंदना
Neeraj Agarwal
DR ARUN KUMAR SHASTRI
DR ARUN KUMAR SHASTRI
DR ARUN KUMAR SHASTRI
वसुधैव कुटुंबकम है, योग दिवस की थीम
वसुधैव कुटुंबकम है, योग दिवस की थीम
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
*पार्क (बाल कविता)*
*पार्क (बाल कविता)*
Ravi Prakash
तेरे प्यार के राहों के पथ में
तेरे प्यार के राहों के पथ में
singh kunwar sarvendra vikram
डरने लगता हूँ...
डरने लगता हूँ...
Aadarsh Dubey
सामी विकेट लपक लो, और जडेजा कैच।
सामी विकेट लपक लो, और जडेजा कैच।
दुष्यन्त 'बाबा'
यह तुम्हारी गलतफहमी है
यह तुम्हारी गलतफहमी है
gurudeenverma198
वक्त
वक्त
लक्ष्मी सिंह
***
*** " ओ मीत मेरे.....!!! " ***
VEDANTA PATEL
शुभ दिन सब मंगल रहे प्रभु का हो वरदान।
शुभ दिन सब मंगल रहे प्रभु का हो वरदान।
सत्य कुमार प्रेमी
अभी भी बहुत समय पड़ा है,
अभी भी बहुत समय पड़ा है,
शेखर सिंह
वोट डालने जाएंगे
वोट डालने जाएंगे
Dr. Reetesh Kumar Khare डॉ रीतेश कुमार खरे
23/117.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/117.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
आ जा उज्ज्वल जीवन-प्रभात।
आ जा उज्ज्वल जीवन-प्रभात।
Anil Mishra Prahari
*चाल*
*चाल*
Harminder Kaur
"संकल्प"
Dr. Kishan tandon kranti
देह धरे का दण्ड यह,
देह धरे का दण्ड यह,
महेश चन्द्र त्रिपाठी
जुल्फें तुम्हारी फ़िर से सवारना चाहता हूँ
जुल्फें तुम्हारी फ़िर से सवारना चाहता हूँ
The_dk_poetry
शब्दों की रखवाली है
शब्दों की रखवाली है
Suryakant Dwivedi
Love is like the wind
Love is like the wind
Vandana maurya
एक सांप तब तक किसी को मित्र बनाकर रखता है जब तक वह भूखा न हो
एक सांप तब तक किसी को मित्र बनाकर रखता है जब तक वह भूखा न हो
Rj Anand Prajapati
Loading...