मेरा पेड़
कुछ समय पहले में कुछ बीज मैं लाया था
अपने घर के आंगन में बीज को लगाया था
बच्चों जैसे पाला पानी देकर बढ़ाया उसको
बढ़ा हुआ जब वह उसने अपनी रंगत दिखाई
एक बच्चा भी नहीं आता था मेरे आंगन में
अब दिन भर चहक रहा आंगन मेरा आंगन मेरा!!
बड़े बुजुर्ग आकर बैठ जाते किससे अलग सुनाते
प्यारी प्यारी बातें करते बात पते की बताते
मीठे फल भी दे रहा ऐसी रंगत उसने दिखाई
आने लगे आंगन में पक्षी ऐसी रंगत दिखाई
अब दिन भर चहक रहा आंगन मेरा आंगन मेरा!!