Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Jul 2021 · 1 min read

*”मेघ आये बन ठन के”*

“मेघ आये बन ठन के”
धरा ने ओढ़ ली चुनरिया दुल्हन बनके ,
व्योम दूल्हा बने हैं, देखो सेहरा पहन के।

उमड़ घुमड़ कर बदरा छाये ,
चमक दामिनी चमकत जाये ,
बादल गरजे ढोल नगाड़े बाजे ,
पवन चले पुरवईया बारात लेके।
मेघ आये हैं देखो बन ठन के ..! !

दादुर पपीहा कोयल कुहके ,
सप्तसुर राग मंगल गीत सुनाये ,
मोरनी पुकारे तड़प तड़प के ,
वन में नाचे मोर पँख फैला के।
मेघ आये हैं देखो बन ठन के …! !

ताल तलैया छलछल छलके ,
कलकल नदियां वेद मंत्र सुनाये,
धरती अंबर का मिलन हो रहा ,
नववधू बन धरा यूँ शरमाये ,
रस्में निभाई पर्वतों से मिल के ।
मेघ आये हैं देखो बन ठन के …! !

सूखी धरा की प्यास बुझी है ,
तरु पल्लव भी झूमे नाचे गाये ,
सौंधी मिट्टी की खुशबू महके ,
नव अंकुरित फूटे ज्यों अमृत बरसाये ,
बरखा का स्वागत आमंत्रण पत्र लेके।
मेघ आये हैं देखो बन ठन के …! !

बूंदों की थाप रूनझुन पायल ,
भींगती धरा का भींगा आँचल ,
अमर प्रेम धरती अंबर का ,
सुरभित उपवन सघन महके ,
कलियां खिलती श्रृंगार कर के।
मेघ आये हैं देखो बन ठन के ..! !

शशिकला व्यास
स्वरचित मौलिक रचना

Language: Hindi
7 Likes · 8 Comments · 1584 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
हर वर्ष जलाते हो हर वर्ष वो बचता है।
हर वर्ष जलाते हो हर वर्ष वो बचता है।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
अपनों का साथ भी बड़ा विचित्र हैं,
अपनों का साथ भी बड़ा विचित्र हैं,
Umender kumar
तुम चंद्रछवि मृगनयनी हो, तुम ही तो स्वर्ग की रंभा हो,
तुम चंद्रछवि मृगनयनी हो, तुम ही तो स्वर्ग की रंभा हो,
SPK Sachin Lodhi
दुनिया रैन बसेरा है
दुनिया रैन बसेरा है
अरशद रसूल बदायूंनी
ग्वालियर, ग्वालियर, तू कला का शहर,तेरी भव्यता का कोई सानी नह
ग्वालियर, ग्वालियर, तू कला का शहर,तेरी भव्यता का कोई सानी नह
पूर्वार्थ
श्री श्याम भजन 【लैला को भूल जाएंगे】
श्री श्याम भजन 【लैला को भूल जाएंगे】
Khaimsingh Saini
Upon waking up, oh, what do I see?!!
Upon waking up, oh, what do I see?!!
R. H. SRIDEVI
चलते चलते
चलते चलते
ruby kumari
"पापा की परी"
Yogendra Chaturwedi
मत हवा दो आग को घर तुम्हारा भी जलाएगी
मत हवा दो आग को घर तुम्हारा भी जलाएगी
इंजी. संजय श्रीवास्तव
2710.*पूर्णिका*
2710.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
दो वक्त के निवाले ने मजदूर बना दिया
दो वक्त के निवाले ने मजदूर बना दिया
VINOD CHAUHAN
‍ *राम-राम रटते तन त्यागा (कुछ चौपाइयॉं)*
‍ *राम-राम रटते तन त्यागा (कुछ चौपाइयॉं)*
Ravi Prakash
🌺हे परम पिता हे परमेश्वर 🙏🏻
🌺हे परम पिता हे परमेश्वर 🙏🏻
निरंजन कुमार तिलक 'अंकुर'
तौलकर बोलना औरों को
तौलकर बोलना औरों को
DrLakshman Jha Parimal
माँ सरस्वती-वंदना
माँ सरस्वती-वंदना
Kanchan Khanna
हॅंसी
हॅंसी
Paras Nath Jha
*सवाल*
*सवाल*
Naushaba Suriya
दर्द ना अश्कों का है ना ही किसी घाव का है.!
दर्द ना अश्कों का है ना ही किसी घाव का है.!
शेखर सिंह
आत्मसंवाद
आत्मसंवाद
Shyam Sundar Subramanian
*नीम का पेड़*
*नीम का पेड़*
Radhakishan R. Mundhra
होली है ....
होली है ....
Kshma Urmila
अन्तर्राष्ट्रीय नर्स दिवस
अन्तर्राष्ट्रीय नर्स दिवस
Dr. Kishan tandon kranti
सलामी दें तिरंगे को हमें ये जान से प्यारा
सलामी दें तिरंगे को हमें ये जान से प्यारा
आर.एस. 'प्रीतम'
मोहब्बत शायरी
मोहब्बत शायरी
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
गुमनाम राही
गुमनाम राही
AMRESH KUMAR VERMA
■ एक वीडियो के साथ तमाम लिंक।
■ एक वीडियो के साथ तमाम लिंक।
*प्रणय प्रभात*
मेरा भारत
मेरा भारत
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
फितरत जग में एक आईना🔥🌿🙏
फितरत जग में एक आईना🔥🌿🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
Loading...