मेंहदीं
मेंहदीं
मैं तो हूं खुश रंग हिना
हाथों पर सजाईये
हरी हरी चूड़ियों संग
सावन तो मनाईये🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🙏
तोड़ डाली से नाता
अपना रस रंग निचोड़
सूनी हथेली सजाती हूं
परिणय बंधन की रीत निभाती हूं ,
हर उत्सव में धूम मचाती हूं खुश रंग हिना कहलाती हूं
पत्थर पर पिस रच
हाथों में सजाई जाती हूं
गोरे ,संवारे हथेली पर
अपना रंग खिलाती हूं
खुश रंग हिना कहलाती हूं
कुमुद श्रीवास्तव वर्मा