मृत्यु जीवन का एक सत्य
कहते हैं
मृत्यु अंतिम सत्य नहीं है
जीवन यात्रा का अंत नहीं है
एक नई यात्रा का शुभारंभ है ।
सोचता हूँ
संभवतः ऐसा ही हो
ऐसा ही होता भी हो
उस गंतव्य तक पहुँचा नहीं हूँ ।
सत्य है
सभी पहुँचते हैं
एक दिन उस गंतव्य तक
लौट कर कोई बताता नहीं है।
विज्ञान मानता है
प्रत्येक द्रव्य अविनाशी है
आध्यात्म का उद्घोष है
प्रत्येक अस्तित्व क्षणभंगुर है ।
चाहता हूँ
उस परणिति तक पहुँचूँ
पहले इसके जान सकता मैं
नियति क्या है गंतव्य क्या है ।
अंतिम सत्य क्या है ।