मृत्यु को बदलने का साहस किसी में नहीं !
नदियों के बहने से रोकना,
उनकी धारा को मोड़ना
झरनों को गिरने से रोकना
बर्फों को जमने से रोकना
है यह प्रकृति से छेड़छाड़
जीवन-मृत्यु के कदमताल में
यह सिर्फ मृत्यु ही हो सकती है,
इसे बदलने का साहस
किसी में नहीं !