मूर्ख कौन
पागल हवा ….
घूमती रहती है .. भटकती रहती है ..
टकराती रहती है ..चट्टानों से …
फिर भी नही टूटती ..
नही कमजोर होते उसके इरादे …
और वो पगली , गली – चौबारे ..
गाँव ..शहर ..पहाड़ी ..वन …
देती रहती है फेरी …
मात्र सबको सुखी रखने के लिये ????
गधा भी यही करता है ..
और बैल भी … जो दूसरों के बारे में
सोंचता है .. चिन्ता करता है ..
लोग उसे पागल , मूर्ख कहते हैं ..
लेकिन हमें पता है कि मूर्ख कौन है …
निहारिका सिंह