मूक दर्शक
जो अपने आप में मस्त हैं!
आत्म मुग्धता से ग्रस्त हैं!!
श्रेष्ठता-ग्रंथि नाम के एक
असाध्य रोग से त्रस्त हैं!!
कहीं कुछ भी हो लेकिन
उन्हें उससे मतलब नहीं!
वे दुनियादारी को लेकर
भारत की तरह तटस्थ हैं!!
Shekhar Chandra Mitra
जो अपने आप में मस्त हैं!
आत्म मुग्धता से ग्रस्त हैं!!
श्रेष्ठता-ग्रंथि नाम के एक
असाध्य रोग से त्रस्त हैं!!
कहीं कुछ भी हो लेकिन
उन्हें उससे मतलब नहीं!
वे दुनियादारी को लेकर
भारत की तरह तटस्थ हैं!!
Shekhar Chandra Mitra