मुहावरे_गोलमाल_नामा
सीधे रस्ते की यह टेडी ही चाल है
गोलमाल है भई सब गोलमाल है !!
क्यूँकि आँख का तारा ही/जहाँ आँख दिखाए,
कमाल खोटा सिक्का भी/आँखो में बस जाए;
गोलमाल है भई,सब गोलमाल है !!
देखो खुशामदी टट्टू/कैसी खिचड़ी पकाये,
गुदड़ी के लाल का भी/ खूँटा गढ़ जाए;
गोलमाल है भई,सब गोलमाल है !!
गुरुघंटाल भी देखो/कैसे गाल बजाये,
वो देखो गौ का यार /कैसे गले पड़ जाए;
गोलमाल है भई,सब गोलमाल है !!
देखो घनचक्कर कैसा/घपले में पड़ जाए,
चक्कर में फँसे तो/चम्पत भी हो जाए;
गोलमाल है भई ,सब गोलमाल है !!
चूना लगाने वाला/ही चिल पौं मचाये,
बना छुपा रुस्तम/घूमे छाती फुलाये;
गोलमाल है भई, सब गोलमाल है !!
ढपोरशंख बिन काज/ढिंढोरा पिटवाये,
मुँह मियाँ मिट्ठू बनकर /नौ दो ग्यारह हो जाए;
गोलमाल है भई ,सब गोलमाल है !!
पाँव धोकर पिए जो /अपनी खाल उधड़वाये,
पैंतरे बिछाने वाला अपनी पीठ थपथपाये;
गोलमाल है भई सब गोलमाल है !!
©anitasharma