मुश्किलों से हरगिज़ ना घबराना *श
जिंदगी रंगमंच मुश्किलों से हरगिज़ ना घबराना हैं।
जीवन संघर्षों के साथ हम सभी को बढ़ते जाना हैं।
न आज न कल हमें मुश्किलों से हरगिज़ ना घबराना हैं।
चाहत और मोहब्बत के सफर में सच और हकीकत है।
हां मेरे हमसफ़र मुश्किलों से हरगिज़ ना घबराना हैं।
न अपने साथ हो मुश्किलों से हरगिज़ ना घबराना हैं।
तेरा मुक़द्दर संग मुश्किलों से हरगिज़ ना घबराना हैं।
संसारिक मोह-माया में तो हम सभी को सहयोग पाना हैं।
मुश्किलों से हरगिज़ ना घबराना वक्त ही तो बस बदलना हैं।
एक दूसरे का साथ अगर मिल जाएं आज बदल जाता हैं ।
हमको इस साथ पर मुश्किलों से हरगिज़ ना घबराना हैं।
हिम्मत और साहस से मुश्किलों से हरगिज़ ना घबराना हैं।
हां सच और बस हमें मुश्किलों से हरगिज़ ना घबराना हैं।
नीरज अग्रवाल चन्दौसी,उत्तर प्रदेश