मुशी प्रेमचंदजी के जन्म दिवस पर.
पढ़ी कहानी माधवी, उपन्यास गोदान !
प्रेमचंद सा कब हुआ,कथाकार इंसान !!
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मिली देखने बात इक, प्रेमचंद की खास !
उनके हर एक लेख मे,पीड़ा का अहसास !
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ऐसा कैसा आपका, साहित्यिक परिवार !
प्रेमचंद का ही अगर पढा नही किरदार !!
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क्या जाने साहित्य का, मूरख वो आयाम !
सुना नही जिसने कभी ,प्रेमचंद का नाम ! !
रमेश शर्मा.