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17 Apr 2024 · 1 min read

“मुर्गा”

“मुर्गा”
लाल कलगी का पहना ताज,
कुकड़ूँ-कूँ है इसका राग।
रंगीन पंख और चोंच निराले,
बड़े सवेरे सबको जगा ले।

3 Likes · 3 Comments · 83 Views
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