मुरलीवाले अब आ भी जा
आए जब भी वृंदावन तो दर्शन देना
मुरली मनोहर से है एक ही गुज़ारिश
निकाल कर वक्त, हम भक्तों पर भी
करना अपनी कृपा की थोड़ी बारिश।।
आस तुमसे ही है अब हमें मुरलीवाले
तारेगा हमको अब तू ही मुरलीवाले
आ गया है तेरे भक्तों का मेला
दे दे दर्शन तू अब हमें मुरलीवाले
तेरी बांसुरी की आवाज़ मेरे
कानों में अब भी गूंज रही है
आएगा कब मेरा कान्हा मेरी
आंखें मुझे अब पूछ रही है।।
गोपियों संग जो रास रचाया
झलक उसकी तू हमको भी दिखा जा
आए है हम भक्त बड़ी आस में
जीवन की राह हमको भी दिखा जा।।
सूझ रहा हमको अब और कुछ ना
खो गए है हम तो भक्ति में तेरी
आ जाओ अब तो भक्तों के प्यारे
बुझा दो प्यास आंखों की मेरी।।