Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Sep 2024 · 1 min read

” मुफलिसी “

” मुफलिसी ”
जिन्दगी की दुकान में ये दर्द का इश्तहार है,
यहाँ सब कुछ मिलता है पर इंसां नहीं होता।

2 Likes · 2 Comments · 62 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all

You may also like these posts

बांस के जंगल में
बांस के जंगल में
Otteri Selvakumar
आजा रे आजा घनश्याम तू आजा
आजा रे आजा घनश्याम तू आजा
gurudeenverma198
एक उदासी
एक उदासी
Shweta Soni
Listen my dear friends...!!
Listen my dear friends...!!
पूर्वार्थ
"बेकसूर"
Dr. Kishan tandon kranti
शेर
शेर
*प्रणय*
23/123.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/123.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
तुमको अहसास
तुमको अहसास
Dr fauzia Naseem shad
अपराध बोध
अपराध बोध
ललकार भारद्वाज
*मेरी कविता की कहानी*
*मेरी कविता की कहानी*
Krishna Manshi
दस्त बदरिया (हास्य-विनोद)
दस्त बदरिया (हास्य-विनोद)
गुमनाम 'बाबा'
शब्द
शब्द
Mahesh Jain 'Jyoti'
जब लिखती हूँ मैं कविता
जब लिखती हूँ मैं कविता
उमा झा
मेरे पापा
मेरे पापा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
स्त्री न देवी है, न दासी है
स्त्री न देवी है, न दासी है
Manju Singh
कसूर किसका
कसूर किसका
Swami Ganganiya
यूं ही कोई शायरी में
यूं ही कोई शायरी में
शिव प्रताप लोधी
*समस्या एक जीवन में, नई हर रोज आती है (हिंदी गजल)*
*समस्या एक जीवन में, नई हर रोज आती है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
घनाक्षरी
घनाक्षरी
seema sharma
अलविदा नहीं
अलविदा नहीं
Pratibha Pandey
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
भरा कहां कब ओस से किसका कभी गिलास
भरा कहां कब ओस से किसका कभी गिलास
RAMESH SHARMA
शायद अब यह हो गया,
शायद अब यह हो गया,
sushil sarna
गहरा है रिश्ता
गहरा है रिश्ता
Surinder blackpen
अंतिम चेतावनी
अंतिम चेतावनी
Jalaj Dwivedi
शूल ही शूल बिखरे पड़े राह में, कण्टकों का सफर आज प्यारा मिला
शूल ही शूल बिखरे पड़े राह में, कण्टकों का सफर आज प्यारा मिला
संजीव शुक्ल 'सचिन'
महिलाएं जितना तेजी से रो सकती है उतना ही तेजी से अपने भावनाओ
महिलाएं जितना तेजी से रो सकती है उतना ही तेजी से अपने भावनाओ
Rj Anand Prajapati
श्रेष्ठ भावना
श्रेष्ठ भावना
Raju Gajbhiye
"मेरे नाम की जय-जयकार करने से अच्‍छा है,
शेखर सिंह
तुम कहो उम्र दरकिनार कर जाएं
तुम कहो उम्र दरकिनार कर जाएं
Shreedhar
Loading...