Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Jun 2023 · 1 min read

*मुनिया सोई (बाल कविता)*

मुनिया सोई (बाल कविता)

सोते-सोते उठ जाती है
जल्दी फिर कब सो पाती है
गोदी में ले उसे घुमाते
मम्मी-पापा थक-थक जाते
बड़ी देर में मुनिया सोई
उठकर फिर से मुनिया रोई

रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 99976 15451

417 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all
You may also like:
The Misfit...
The Misfit...
R. H. SRIDEVI
गीत- चले आओ मिले तुमसे...
गीत- चले आओ मिले तुमसे...
आर.एस. 'प्रीतम'
सुप्रभात
सुप्रभात
Sonam Puneet Dubey
लोगो खामोश रहो
लोगो खामोश रहो
Surinder blackpen
You lose when you wish to win.
You lose when you wish to win.
पूर्वार्थ
जब भी लिखता था कमाल लिखता था
जब भी लिखता था कमाल लिखता था
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
जीयो
जीयो
Sanjay ' शून्य'
पीर- तराजू  के  पलड़े  में,   जीवन  रखना  होता है ।
पीर- तराजू के पलड़े में, जीवन रखना होता है ।
Ashok deep
4611.*पूर्णिका*
4611.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
आदर्शों के द्वंद
आदर्शों के द्वंद
Kaushal Kishor Bhatt
आधुनिक नारी
आधुनिक नारी
Dr. Kishan tandon kranti
गुरू
गुरू
Shinde Poonam
मुक्तक ....
मुक्तक ....
Neelofar Khan
मुझको उनसे क्या मतलब है
मुझको उनसे क्या मतलब है
gurudeenverma198
सत्य संकल्प
सत्य संकल्प
Shaily
प्रतिशोध
प्रतिशोध
Shyam Sundar Subramanian
ऋतु शरद
ऋतु शरद
Sandeep Pande
आपका हर दिन तरक्की बाला हो,
आपका हर दिन तरक्की बाला हो,
Phool gufran
मन से उतरे लोग दाग धब्बों की तरह होते हैं
मन से उतरे लोग दाग धब्बों की तरह होते हैं
ruby kumari
*केवल पुस्तक को रट-रट कर, किसने प्रभु को पाया है (हिंदी गजल)
*केवल पुस्तक को रट-रट कर, किसने प्रभु को पाया है (हिंदी गजल)
Ravi Prakash
जिंदगी
जिंदगी
Bodhisatva kastooriya
वक़्त का सबक़
वक़्त का सबक़
Shekhar Chandra Mitra
शुभ गगन-सम शांतिरूपी अंश हिंदुस्तान का
शुभ गगन-सम शांतिरूपी अंश हिंदुस्तान का
Pt. Brajesh Kumar Nayak
माँ
माँ
Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या)
"सत्य"
Dr. Reetesh Kumar Khare डॉ रीतेश कुमार खरे
एक खाली बर्तन,
एक खाली बर्तन,
नेताम आर सी
अमावस्या में पता चलता है कि पूर्णिमा लोगो राह दिखाती है जबकि
अमावस्या में पता चलता है कि पूर्णिमा लोगो राह दिखाती है जबकि
Rj Anand Prajapati
"मैं तुम्हारा रहा"
Lohit Tamta
कहानी-
कहानी- "खरीदी हुई औरत।" प्रतिभा सुमन शर्मा
Pratibhasharma
दिखने वाली चीजें
दिखने वाली चीजें
Ragini Kumari
Loading...