Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Jan 2024 · 1 min read

मुनाफ़िक़ दोस्त उतना ही ख़तरनाक है

मुनाफ़िक़ दोस्त उतना ही ख़तरनाक है
जितना कि मछली को पकड़ने वाला
काँटा मछली के लिए
~अंसार एटवी

215 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
पौधे मांगे थे गुलों के
पौधे मांगे थे गुलों के
Umender kumar
हम बैठे हैं
हम बैठे हैं
हिमांशु Kulshrestha
Thinking
Thinking
Neeraj Agarwal
सब्र का फल
सब्र का फल
Bodhisatva kastooriya
खारे पानी ने भी प्यास मिटा दी है,मोहब्बत में मिला इतना गम ,
खारे पानी ने भी प्यास मिटा दी है,मोहब्बत में मिला इतना गम ,
goutam shaw
#लघुकथा
#लघुकथा
*प्रणय प्रभात*
4639.*पूर्णिका*
4639.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
तुम केश तुम्हारे उड़ने दो
तुम केश तुम्हारे उड़ने दो
Johnny Ahmed 'क़ैस'
सड़क
सड़क
SHAMA PARVEEN
कुंडलिया. . .
कुंडलिया. . .
sushil sarna
डिप्रेशन में आकर अपने जीवन में हार मानने वाले को एक बार इस प
डिप्रेशन में आकर अपने जीवन में हार मानने वाले को एक बार इस प
पूर्वार्थ
*जीने न दें दो नीले नयन*
*जीने न दें दो नीले नयन*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
"मैं सब कुछ सुनकर मैं चुपचाप लौट आता हूँ
गुमनाम 'बाबा'
सही लोगों को
सही लोगों को
Ragini Kumari
अमीर घरों की गरीब औरतें
अमीर घरों की गरीब औरतें
Surinder blackpen
*अध्यात्म ज्योति* : वर्ष 53 अंक 1, जनवरी-जून 2020
*अध्यात्म ज्योति* : वर्ष 53 अंक 1, जनवरी-जून 2020
Ravi Prakash
शिक़ायत (एक ग़ज़ल)
शिक़ायत (एक ग़ज़ल)
Vinit kumar
चंद सवालात हैं खुद से दिन-रात करता हूँ
चंद सवालात हैं खुद से दिन-रात करता हूँ
VINOD CHAUHAN
"साहित्यकार की उम्र"
Dr. Kishan tandon kranti
माँ
माँ
संजय कुमार संजू
दम है तो गलत का विरोध करो अंधभक्तो
दम है तो गलत का विरोध करो अंधभक्तो
शेखर सिंह
नहीं हम हैं वैसे, जो कि तरसे तुमको
नहीं हम हैं वैसे, जो कि तरसे तुमको
gurudeenverma198
नशा मुक्त अभियान
नशा मुक्त अभियान
Kumud Srivastava
उस रात रंगीन सितारों ने घेर लिया था मुझे,
उस रात रंगीन सितारों ने घेर लिया था मुझे,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
अंतिम पड़ाव
अंतिम पड़ाव
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
हिंदी भाषा नही,भावों की
हिंदी भाषा नही,भावों की
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
मजहब का नही पता, सनातन का पता बन जायेगा,
मजहब का नही पता, सनातन का पता बन जायेगा,
P S Dhami
जिंदगी मैं हूं, मुझ पर यकीं मत करो
जिंदगी मैं हूं, मुझ पर यकीं मत करो
Shiva Awasthi
आप कहते हो, मान लेते हैं ,
आप कहते हो, मान लेते हैं ,
Dr fauzia Naseem shad
"नफरत"
Yogendra Chaturwedi
Loading...