मुझे इंतजार है , इंतजार खत्म होने का
मुझे इंतजार है , इंतजार खत्म होने का
पहले दिन, फिर हफ्ते ,फिर महीने
और अब ये साल खत्म होने का,
मुझे इंतजार है इंतजार ………….
जीवन का हर एक दिन वृक्षों के पात
की तरह कम होता जा रहा है
जिंदगी पतझड़ सी हो रही है
और मुझे ख्याल है बाहर होने का।
मुझे इंतजार है इंतजार ………..
कैद हो गई हूं मैं अपने ही जाल में ,
एक खूबसूरत ख्वाब के पूरे हुए ख्याल में
पर यह कैसा ख्वाब जो पूरा होते ही डस गया
और मेरे जीवन में इंतजार का झोला भर गया
अब करती हूं इबादत यह झोला खाली होने का
मुझे इंतजार है इंतजार…………..
बेरंग सी जिंदगी है बेढंग सा मिजाज है,
अब न जाने यह कैसा इंतजार है,
सब कुछ होते हुए भी एहसास है अधूरे होने का,
बस इसी अधूरे को ही इंतजार है पूरा होने का।
और मुझे तो इंतजार है बस ……….