मुझे आरज़ू नहीं मशहूर होने की
मुझे आरज़ू नहीं मशहूर होने की
मैं कुछ की नजरों से बच कर रहना चाहती हूं
जो पहचाते है बस वे ही पहचाते रहे
इतना ही काफी है जीने के लिए
जो जैसा है वैसा ही समझा मूझे
जिसको जितनी जरूरत थी उतना ही जाना मुझे
मुझे आरज़ू नहीं मशहूर होने की।