मुझसे मोहब्बत करो और सबर जाओ ना
मुझसे मोहब्बत करो और सबर जाओ ना
यू देख क्या रहे हो , सिधे दिल में उतर जाओ ना
गर तुम्हे जिंदगी देखनी है जिंदा लोगों में नजर आएगी
उधर क्या कर रहे हो , इधर आओ ना
अब तुम्हें ईश्क की गलतफहमी है तो इससे उनको क्या
तुम मरना चाहते हो तो मरो , मर जाओ ना
पत्थरों का क्या है वो तो टकराते ही रहेंगे
अब तुम कांच हो तो बिखरो , बिखर जाओ ना
अब आफत आई है तनहा तो गांव आ रहे हैं
और जाओ शहर , शहर जाओ ना