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20 Jan 2019 · 1 min read

मुक्तक

” वतन की बात शामिल है मेरे हर एक तराने में,
हमारे देश से बढकर नहीं कुछ भी ज़माने में,
यहीं पर जन्म पाया है यहीं लूं आखिरी सांसें,
यही है कामना मेरी बची दिल के खज़ाने में “

Language: Hindi
2 Likes · 190 Views
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