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19 Jan 2019 · 1 min read

मुक्तक

हम जिसे कहते है कि शालीनता है,
उनके भीतर तो बसी बस हीनता है,
वो चढे छत पर हमें सीढी बनाकर
बस उन्हीं के ही लिए स्वाधीनता है ?

Language: Hindi
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