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14 Jan 2019 · 1 min read

मुक्तक

” तड़पते हैं न रोते हैं न हम फ़रियाद करते हैं
सनम की याद में हर-दम ख़ुदा को याद करते हैं
उन्हीं के इश्क़ में जिन्दा हैं बस उम्मीद है बाकी
इलाही देखिये किस दिन हमें वो याद करते हैं “

Language: Hindi
232 Views
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