मुक्तक
तेरी याद से खुद को आजाद करूँ कैसे?
तेरी ख्वाहिशों को मैं बरबाद करूँ कैसे?
लफ्ज नजरबंद हैं खामोशी के आंगन में,
तेरी चाहतों से मैं फरियाद करूँ कैसे?
मुक्तककार- #मिथिलेश_राय
तेरी याद से खुद को आजाद करूँ कैसे?
तेरी ख्वाहिशों को मैं बरबाद करूँ कैसे?
लफ्ज नजरबंद हैं खामोशी के आंगन में,
तेरी चाहतों से मैं फरियाद करूँ कैसे?
मुक्तककार- #मिथिलेश_राय