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15 Feb 2018 · 1 min read

मुक्तक

मुक्तक

मात्रा भार–28

गम में भी तुम खिलखिला कर हँसना जीना सीख लो।
गैरो को भी तुम खुशी से गले लगाना सीख लो ।
जिंदगी में सुख दुख का आना जाना लगा रहेंगा।
जिंदगी के हर लम्हें को मौज में बिताना सीख लो।

गायत्री सोनु जैन

Language: Hindi
334 Views
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