मुक्तक
मुक्तक
मात्रा भार–28
गम में भी तुम खिलखिला कर हँसना जीना सीख लो।
गैरो को भी तुम खुशी से गले लगाना सीख लो ।
जिंदगी में सुख दुख का आना जाना लगा रहेंगा।
जिंदगी के हर लम्हें को मौज में बिताना सीख लो।
गायत्री सोनु जैन
मुक्तक
मात्रा भार–28
गम में भी तुम खिलखिला कर हँसना जीना सीख लो।
गैरो को भी तुम खुशी से गले लगाना सीख लो ।
जिंदगी में सुख दुख का आना जाना लगा रहेंगा।
जिंदगी के हर लम्हें को मौज में बिताना सीख लो।
गायत्री सोनु जैन