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12 Feb 2018 · 1 min read

मुक्तक

जब कभी तुम मेरी यादों में आते हो!
धूप सा ख्यालों को हरबार जलाते हो!
घुल जाती हैं साँसें चाहत के रंग में,
चाँद की शकल में सामने आ जाते हो!

मुक्तककार- #मिथिलेश_राय

Language: Hindi
406 Views
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