Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Jul 2016 · 1 min read

मुक्तक

लगा दे घाव पर मरहम , दिवाना आज है कोई
कसकते लब हँसी ला दे , तराना साज है कोई
गुमशुदा हो भटकते जो , फिरे आतंक के तम में
जुदा रूहें मिला दे पल , बता वह राज है कोई

Language: Hindi
566 Views

You may also like these posts

चिकित्सक- देव तुल्य
चिकित्सक- देव तुल्य
डॉ. शिव लहरी
नौकरी
नौकरी
Rajendra Kushwaha
रक्त रंजित सा दिखा वो, बादलों की ओट से।
रक्त रंजित सा दिखा वो, बादलों की ओट से।
श्याम सांवरा
23/26.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/26.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"इस रोड के जैसे ही _
Rajesh vyas
( सब कुछ बदलने की चाह में जब कुछ भी बदला ना जा सके , तब हाला
( सब कुछ बदलने की चाह में जब कुछ भी बदला ना जा सके , तब हाला
Seema Verma
“डिजिटल मित्रता” (संस्मरण)
“डिजिटल मित्रता” (संस्मरण)
DrLakshman Jha Parimal
आनंद सरल स्वभाव को ही प्राप्त होता है, क्रोधी व्यक्ति तो खुश
आनंद सरल स्वभाव को ही प्राप्त होता है, क्रोधी व्यक्ति तो खुश
Ravikesh Jha
* बचपन *
* बचपन *
भूरचन्द जयपाल
मुक्तक
मुक्तक
पंकज परिंदा
🙅अनुभूत/अभिव्यक्त🙅
🙅अनुभूत/अभिव्यक्त🙅
*प्रणय*
हंसी आ रही है मुझे,अब खुद की बेबसी पर
हंसी आ रही है मुझे,अब खुद की बेबसी पर
Pramila sultan
नवरात्र के सातवें दिन माँ कालरात्रि,
नवरात्र के सातवें दिन माँ कालरात्रि,
Harminder Kaur
मुझे बेज़ार करने के उसे भी ख़्वाब रहते हैं
मुझे बेज़ार करने के उसे भी ख़्वाब रहते हैं
अंसार एटवी
*निरोध (पंचचामर छंद)*
*निरोध (पंचचामर छंद)*
Rituraj shivem verma
बुरा वहम का रोग है.
बुरा वहम का रोग है.
RAMESH SHARMA
"माटी-तिहार"
Dr. Kishan tandon kranti
मैं हूँ आज यहाँ दूर
मैं हूँ आज यहाँ दूर
gurudeenverma198
सांस के बारे में
सांस के बारे में
Otteri Selvakumar
मेरी तू  रूह  में  बसती  है
मेरी तू रूह में बसती है
डॉ. दीपक मेवाती
......,,,,
......,,,,
शेखर सिंह
" बंध खोले जाए मौसम "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
पिता का साथ
पिता का साथ
Seema gupta,Alwar
स्वर्ण दलों से पुष्प की,
स्वर्ण दलों से पुष्प की,
sushil sarna
सच ही सच
सच ही सच
Neeraj Agarwal
इश्क करना
इश्क करना
Ranjeet kumar patre
मोड़   आते   रहे   कहानी   में
मोड़ आते रहे कहानी में
Dr Archana Gupta
मतदान जागरूकता
मतदान जागरूकता
Neerja Sharma
कुण्डलिया छंद
कुण्डलिया छंद
sushil sharma
बेहिसाब सवालों के तूफान।
बेहिसाब सवालों के तूफान।
Taj Mohammad
Loading...