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18 Aug 2017 · 1 min read

मुक्तक

जो आती है लबों पर बात तुम वही तो हो!
जो तड़पाती है मुलाकात तुम वही तो हो!
ठहरी हुई है आग अभी चाहत की दिल में,
जो जागी हुई है हर रात तुम वही तो हो!

मुक्तककार- #मिथिलेश_राय
(#मात्रा_भार_25)

Language: Hindi
220 Views
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