Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Jun 2021 · 1 min read

मुक्तक

झूठ किरदार से हम हुए बोर हैं
वो नचाते कई इश्क़ के मोर हैं
हम शराफत के’ पथ पर चले हैं सदा
इस लिए इश्क में आज कमज़ोर हैं

Language: Hindi
267 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
फिर एक बार 💓
फिर एक बार 💓
Pallavi Rani
" जलाओ प्रीत दीपक "
Chunnu Lal Gupta
संगदिल
संगदिल
Aman Sinha
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
काश ! ! !
काश ! ! !
Shaily
लोग चाहे इश्क़ को दें नाम कोई
लोग चाहे इश्क़ को दें नाम कोई
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
कमीजें
कमीजें
Madhavi Srivastava
Har roj tumhara wahi intajar karti hu
Har roj tumhara wahi intajar karti hu
Sakshi Tripathi
"भलाई"
Dr. Kishan tandon kranti
प्रेरणा
प्रेरणा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
जिस प्रकार सूर्य पृथ्वी से इतना दूर होने के बावजूद भी उसे अप
जिस प्रकार सूर्य पृथ्वी से इतना दूर होने के बावजूद भी उसे अप
Sukoon
कर्मों से ही होती है पहचान इंसान की,
कर्मों से ही होती है पहचान इंसान की,
शेखर सिंह
तुम्ही बताओ आज सभासद है ये प्रशन महान
तुम्ही बताओ आज सभासद है ये प्रशन महान
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
*औपचारिकता*
*औपचारिकता*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
"झूठ और सच" हिन्दी ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
किसी के अंतर्मन की वो आग बुझाने निकला है
किसी के अंतर्मन की वो आग बुझाने निकला है
कवि दीपक बवेजा
कर बैठे कुछ और हम
कर बैठे कुछ और हम
Basant Bhagawan Roy
जीव कहे अविनाशी
जीव कहे अविनाशी
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
हमारी काबिलियत को वो तय करते हैं,
हमारी काबिलियत को वो तय करते हैं,
Dr. Man Mohan Krishna
ऐसे लहज़े में जब लिखते हो प्रीत को,
ऐसे लहज़े में जब लिखते हो प्रीत को,
Amit Pathak
23/193. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/193. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
वक्त मिलता नही,निकलना पड़ता है,वक्त देने के लिए।
वक्त मिलता नही,निकलना पड़ता है,वक्त देने के लिए।
पूर्वार्थ
*नहीं पूनम में मिलता, न अमावस रात काली में (मुक्तक) *
*नहीं पूनम में मिलता, न अमावस रात काली में (मुक्तक) *
Ravi Prakash
एक इश्क में डूबी हुई लड़की कभी भी अपने आशिक दीवाने लड़के को
एक इश्क में डूबी हुई लड़की कभी भी अपने आशिक दीवाने लड़के को
Rj Anand Prajapati
हनुमान वंदना । अंजनी सुत प्रभु, आप तो विशिष्ट हो।
हनुमान वंदना । अंजनी सुत प्रभु, आप तो विशिष्ट हो।
Kuldeep mishra (KD)
*हनुमान जी*
*हनुमान जी*
Shashi kala vyas
किस दौड़ का हिस्सा बनाना चाहते हो।
किस दौड़ का हिस्सा बनाना चाहते हो।
Sanjay ' शून्य'
कमबख्त ये दिल जिसे अपना समझा,वो बेवफा निकला।
कमबख्त ये दिल जिसे अपना समझा,वो बेवफा निकला।
Sandeep Mishra
धरा कठोर भले हो कितनी,
धरा कठोर भले हो कितनी,
Satish Srijan
#दोहा-
#दोहा-
*Author प्रणय प्रभात*
Loading...