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18 May 2021 · 1 min read

मुक्तक

केवल मनोरंजन नहीं कवि धर्म है,
साहित्य दे कुछ प्रेरणा कवि कर्म है |
कर्तव्य पथ पर कवि चले, यह सोच ले,
सम्मान पायेगा सदा यह मर्म है |
डॉ हरिमोहन गुप्त

Language: Hindi
1 Comment · 308 Views
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