मुक्तक
तुम्हें खो कर के एक पल भी, अब तो मैं जी नहीं सकता,
जुदाई में तेरी यादों के बिना मैं जी नहीं सकता,
मिला गर साथ न तेरा तो यक़ीनन टूट जाऊंगा,
कसम है प्यार की तेरे, जहर भी पी नहीं सकता।
एस. बी. ” मधुर ”
सोनभद्र उत्तर प्रदेश