मुक्तक
हमारे ख्वाब में आकर हमे तुम क्यो सताती हो
कभी हमको मानती हो कभी खुद रूठ जाती हो
सताना ना कभी हमको दिल ही दिल टूट जाएंगे
जरा सी दोस्ती कर लो क्यो हमसे दूर जाती हो
हमारे ख्वाब में आकर हमे तुम क्यो सताती हो
कभी हमको मानती हो कभी खुद रूठ जाती हो
सताना ना कभी हमको दिल ही दिल टूट जाएंगे
जरा सी दोस्ती कर लो क्यो हमसे दूर जाती हो