मुक्तक
तू ख्याल रख या के न रख,
मेरे ख्याल में है तू
बस इतना का तू ख्याल रख
~ पुर्दिल सिद्धार्थ
2.
तुझे देखते हुए देखा…
तुझे देखते हुए लोगों को देखते हुए देखा
खुद के नज़र को देखते हुए भी न देखते हुए नज़र को देखा,
ये मैंने क्या क्या और क्यूं कर देखा…
~ सिद्धार्थ